इतने में सैम ने मुझे मेरे बालों से ही खींचा और सामने पड़े Dinning Table पर धक्का देकर लेता दिया. “आआअ........ऊऊऊऊउ....आआह्ह्ह्ह...” मैं बस बिलबिलाता ही रह गया. मेरे हाथ अभी भी मेरे पीछे बंधे थे. उसने मुझे Dinning table पर धक्का देकर लेटा दिया.... और अपनी जीन्स से चमड़े की बैल्ट उतारी और उसको आधा करके कोनों से पकड़ लिया. इतने में टोनी ने मेरे हाथों से हथकड़ी खोल दी. मैंने घबराहट से फटी हुई आखों से उसकी और देखा... “नहीं....प्लीज......” मैं समझ गया था की वो अब मेरी बैल्ट से पिटाई करने वाला है. उसने मेरी टांगों को अपने पैरों से चौड़ा किया. मैंने विरोध करने की कोशिश की. अब मेरे खुले हाथों से अपने आप को ऊपर उठाने की कोशिश करी. पर इतने में रॉकी, टोनी और रौन तीनो आ गये और मुझे अलग अलग जगहों से पकड़ लिया. रॉकी और टोनी ने दोनों तरफ से मेरे हाथों को पकड़ लिया और रों टेबल के ऊपर चढ़ कर मेरी पीठ पर बैठ गया. उसका वजन आराम से ८०-८५ किलो तो होगा. मेरा अचानक दम सा घुटने लगा. “प्लीज..........प्लीज .....आअह्ह्ह्ह...प्लीज मुझे छोड़ दो....आआह्ह्ह्ह...” अब मैं पूरी तरह से उनके कण्ट्रोल में था. मेरे चीखने का किसी पर कोई असर नहीं था. सैम ने जोर से बैल्ट हवा में घुमाई और मेरे कानों में बैल्ट घुमाने की आवाज़ जोर से गूंजी. और सीधी बैल्ट मेरे चूतड़ पर लगी. “तड़ाक.....................” “आआअह्ह्ह्हाअ....आआह्ह्ह्ह” मैं जोर से चीखा और अपने शारीर को जोर से हिलाकर अपने को बचाने की कोशिश करी. पर पूरी तरह असहाय था. मैं अपने हाथों को छुटाकार अपनी चुतड को सहलाना चाहता था. पर मेरी कोशिश पूरी तरह बेकार थी. तीन लोगों ने मेरी बॉडी को पूरी तरह से जकड रखा था. “आआह्ह्ह्हाअ” मैं बस बिलबिलाता ही रह गया. “प्लीज मुझे छोड़ दो.....आआह्ह्ह.....प्लीज” सैम ने इतने में दूसरी बार बैल्ट हवा में घुमाई.
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. प्लीज मुझ पर रहम खाइए प्लीज.....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. प्लीज मुझे छोड़ दो......”
मैं जोर जोर से अपनी टांगों को हिला रहा था. मैं ये कोशिश कर रहा था की रौन को अपने शरिर से हटा दूं पर उसका भार इतना ज्यादा था की मैं उसे हिला भी नहीं पा रहा था. बस अपनी टांगों और चुतड को जोर जोर से हिला पा रहा था. इसी बीच एक और बैल्ट मेरी नंगी और गरम चुतड पर पड़ी.
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. ऊओह्ह्ह्ह....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. प्लीज.....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. नहीं..........”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. ओह्ह्ह...... प्लीज.....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. प्लीज मुझ पर रहम खाइए प्लीज.....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. प्लीज मुझे छोड़ दीजिये.....”
पर इतने बैल्ट खाने के बाद मेरी चुतड में आग गयी थी....पर उस आग में भी मेरी गांड में एक अजीब सी उत्तेजना थी. मेरी खाल पूरी तरह से गरम थी और मुझे उसमे एक अजीब सा आनंद आ रहा था. मेरा लंड पूरी तरह खड़ा था. और टपक रहा था. ये मुझे क्या हो रहा था. क्यों मैं चार मर्दों की इस जबरदस्ती से पैदा ही डर में अजीब सी तडपन महसूस कर रहा था. मुझे इस दर्द में ये अजीब सा आनंद क्यों आ रहा था. मेरी आखें जो दर्द से रो रही थी पर साथ ही साथ टोनी और रॉकी के शारीर को भी देखना चाह रही थी. ये डर और उत्तेजना से भरी स्तिथि मेरे शरीर में एक अजीब सी कम्पन दे रही थी. खास तौर से मेरे लुंड और चुतड में. मैं दर्द में चीख रहा था पर ये भी सोच रहा था की वो और मारे. इतने में सैम रूका और उसने मेरी आग से जलती हुई चुतड पर अपने नरम नरम हाथ फेरने शुरू कर दिया... पहले जोर से दर्द हुआ पर धीरे धीरे ये दर्द के अजीब सिसर्सरी में बदल गया. और मुझे पता ही नहीं चला की मैं कब आहें भरने लगा. “आःह्ह....आहा....आआ....” ये आहें दर्द के साथ उत्तेजना का अजीब सा मिश्रण था. “आह.......ओह.....आः.....” इन्ते में सैम ने फिर से बैल्ट हवा में घुमाई और मेरी नंगी लाल जलती हुई चुतड पर जोर से दे मारी.
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. ऊओह्ह्ह्ह....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. प्लीज.....”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. नहीं..........”
“तडाक................”...........”आआआअह्ह्ह्ह..............आआह्ह्ह्ह.............. ओह्ह्ह...... प्लीज.....”
सैम अचानक फिर रूका. और इसबार उसकी उंगलियाँ मेरी लटकी हुई balls पर घुमाने लगी. इस बार मैं पागल हो गया... उसने फिर अपनी उँगलियों को balls और गांड के बीच की खाल में घुमाया. “आआह्ह्ह्ह...................नो.......प्लीज................आः....” मैं तो बस चीखने ही लगा. ये मेरे शारीर का सबसे sensitive जगह है. उसकी उंगलियाँ के घुमाव से मेरा वो पूरा हिस्सा काम की आग में जलने लगा. “आअह्ह्ह्ह.........ऊऊऊऊऊ...................आः......आआआअ........ऊह्ह्हह्ह...............प्लीज.
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