Friday, 4 August 2017

मुलाज़िम बना ग़ुलाम - 10


अमित को इससे दर्द हुआ. "गांडू क्या कर रहा है." राहुल डर गया और अंडर्वेयर को छोड़ दिया. "अ*ॅबेय अहिस्ता से निकाल". राहुल ने फिर एक हाथ से अमित के फँसे हुए लंड को thong के elastic से निकाला. अमित के पत्थर जैसे लंड को छु कर राहुल को बहुत अजीब सा लगा उधर अमित के अंग में भि बिजली दौड़ गयी. जैसे तैसे बिना लंड को देखे राहुल ने अमित का thong पैरों तक ले आया. अमित नेपैर उठाकर उसे अपने पैर से निकाल दिया. राहुल ने जैसे ही सिर ऊपर किया, वो चौंक गया. अमित का पुरी तरह खडा लंड हवा में झूल रहा था. इतना मोटा और लम्बा लंड उसने जिंदगी में नहि देखा था. वो 9 इंच लम्बा था और 5 इंच मोटा. उसका लंड पुरी काले रंग का था हालाँकि अमित का रंग साँवला था. उसका लंड हवा में झूल रहा था राहुल के मुँह के एकदम पास. उसका सूपड़ा पूरा फूला था और लंड uncut था. उसके सुपाडे पर precum कि बूँदें साफ़ दिख रही थी. अमित के लंबे मोटे खड़े लांडा को देख् राहुल पुरे shock में था. अमित ने गरदन को नीचे झुका कर देखा कि राहुल पुरे shock में है. उसे बहुत अछा लगा. "अ*ॅबेय अब देखता ही रहेगा क्या. कभी कोइ लंड नहि देखा क्या." राहुल होश में आया. "जि............ वो ...................." राहुल हड्बडाता ही रह गया. अमित थोड़ा सा पीछे हता और आपने ड्रव्येर में से एक हथकड़ी निकली. "खडा हो और हठ पीछॆ कर" राहुल उठा और दोनो हाथ पीछे कर लिए. अमित ने राहुल के पीछे जाकर उसके दोनों हाथों में हथकड़ी लगादी. अ*ॅब राहुल के दोनों हाथ अपनी चुतडोन पर बन्धे थे. अमित ने चैक किया कि हथकड़ी ठीक से लगी है कि नही. राहुल घबरा गया. "सर प्लीज़ ऐसा मत करिये." वो घबराहट में बोला. "तुझे किसी ने बोलने को कहा क्या"... "नही ना..... अपना मुँह नही खोलेगा तू जब तक तुझे कहा नही जयेगा. समझा" राहुल ने धीरे से सर हिलाया. राहुल के दिमाग में भन्नहत होने लगी कि आगे क्या होने वाला है. "चल घुटने के बाल बैठ नीचे." अमित ने हाथ से इशारा करते हुए कहा. राहुल झाट से नीचे बैठ गया. "चल अब लंड चूस और कान खोल के सुन ले कि अगर तू ठीक से नही किया और मेरा लंड नही झडा, तो तू सोच ले क्या होगा. एक बात और साले मेरे वीर्य केए एक भि बूँद अगर जमीन पर पड़ी तो तेरी खाल में भुसाभार दूँगा. तुझे मेरा झडा हुआ पूरा पानि पीना है. समझा...." राहुल ने कोई जवाब नही दिया. उसने कभीकिसी का लंड नही चूसा था. वो घबरा रहा था कि अगर वो अमित का लंड झाड़ नही पाया तो क्य होगा. "समझा............." अमित ने दूबारा पूछा. "सर प्लीज़ मैने कभी ये नही किया मुझसे ये नही होगा सर." राहुल ने झिझकते हुए जवाब दिया. "नहीं किया तो अब सिख ले. अब तुझे यह ही करना है अगले चार महिने............... चल शुरु हो जां" राहुल स्तभध रह गया. वो अपने घुटनों के बल आगे बड़ा और अपना मुँह अमित के खडे लंड के पास ले गया. वो ये हिम्मत नही कर पा रहा था. अमित ने एक हाथ से अपना लंडपकडा और दुसरे हाथ से राहुल के बाल और उसके मुँह में अपना लंड घुसा दिया.

to be continued.....

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