राहुल अपने आप को ऐसे खड़ा देख कर कुछ उत्तेजित सा हो गया. रात के बारह बज रहे थे. अमित सामने अपने लैपटॉप पर लगा था और पूरा नंगा बैठा था. उसका गठीला बदन राहुल के शरीर में आग सी लगा रहा था. अचानक अमित ने राहुल की तरफ देखा. राहुल अमित की बॉडी में पूरी तरह से खोया हुआ था और उसका खड़ा लंड देख कर अमित को इस बात का अंदाजा हो गया की राहुल के मन में क्या चल रहा है. “ क्यों बे क्या देख रहा है. ..” अमित बोला. “राहुल ने बिना जवाब दिए अपनी गर्दन नीची कर ली. “ ह्म्म्म तेरा खड़ा लंड सब कुछ बता रहा है….चल ठीक है उधर से मेरी कपडे लेकर आ और मुझे पहना सिर्फ टीशर्ट एंड जीन्स.” अमित ने अपने उतारे हुए कपड़ो की और इशारा करते हुए कहा. राहुल समझ गया और उसने एक एक करके अमित के जीन्स और टीशर्ट को उठाया. अमित अपनी जगह से खड़ा हुआ . और हाथ से राहुल को इशरा किया उसका उसके पैरों में डालने को और राहुल ने वैसे ही किया. राहुल जब अमित को जीन्स पहना रहा था तब उसका लंड पूरा राहुल के मुह के पास था. राहुल के मुह में अमित का लटकता खंजर देख कर पानी आ गया. उसका मन उसको चूसने को करने लगा. “अबे मेरा लंड बाद में देखिओयो पहले कपडे पहना.” अमित चिल्लाया. राहुल ने फ़टाफ़ट अमित को जीनस पहनाई. जीन्स की ज़िप और बटन लगाने के लिए उठा पर हिम्मत नहीं कर पा रहा था. क्युकी बिना अंडरवियर के ज़िप को खाल में फंसने का चांस था. “ अबे गांडू मेरे लुंड की खाल को बचाकर…” अमित जोर से बोला. राहुल ने ज़िप को थोडा सा ऊपर किया पर अमित का बैठा हुआ लंड बीच में आ रह था. “अबे अब गुलाम है तू दिमाग का इस्तेमाल कर थोडा..”अमित के चेहरे पर शरारत थी थोड़ी. राहुल समझ नहीं पाया. “अबे गधे मेरा लंड थोडा हिला दे ना, हार्ड हो जाएगा तो ज़िप में अटकेगा नहीं.” अमित के ये शब्द सुन राहुल अस्चर्या में भर गया. राहुल ने फिर से जीन्स को नीचे किया और अमित के लंड को हिलाना शुरू किया. अमित के लंड में धीरे धीरे खून भरने लगा. राहुल अपनी इस अपमान भरे काम से बहुत लज्जित हुआ और उसके लंड में भी खून भरने लगा. जब अमित का लंड खड़ा हो गया, तब उसने कहा “चल अब जीन्स ऊपर कर और मेरे लंड को बचा कर.” राहुल ने धीरे से अमित की जीन्स ऊपर करी और अन्दर हाथ डालकर उसके जीन्स की ज़िप लगाई. अमित मन ही मन राहुल के इस काम से खुश हुआ की उसने पूरी समझदारी से लंड को बचाया. अमित को लगाने लगा की उसने कोई चुतिया सा गुलाम नहीं चुना है बल्कि एक समझदार गुलाम चुना है जो उसकी अच्छे से सेवा करेगा. “ठीक है अब टी शर्ट पहना.” अमित का अगला आदेश था. राहुल ने अमित की टीशर्ट उठायी और उसके गले में डाली और फिर बाँहों में. अमित के शरीर की खुशबू में राहुल खो सा गया और पहनाते हुए उसके शरीर को चुने से उसको मजा आया, ये ही हाल अमित का भी था. पर उसने अपने पर संयम रखा और अपनी टी शोर्ट को ठीक किया. “मेरा अंडरवियर और बनियन उस बैग में डाल. इसको घर लेकर जाना है.” राहुल ने वैसे ही किया. अमित का थोंग अंडरवियर बहुत सेक्सी था और राहुल का मन था की वो उसको सूंघे पर उसकी हिम्मत नहीं थी ऐसा करने की. उसने अंडरवियर और बनियन को बैग में रख दिया. “चल मेरे जूते लेकर आ और मुझे पहना. जुराबें इसी बैग में रख दे.” राहुल ने वैसे ही किया. अमित के पैरों में पसीने की खुशबु उसे मदहोश करने लगी. उसका मन उसके कोमल से पैरों को चाटने का करने लगा पर उसमे हिम्मत नहीं थी. धीरे से उसने जूतों को अमित के पैरों में घुसाया. और अमित के अगले हुकुम का इंतज़ार करने लगा. “चल अब घर चलते है.” अमित ये बोलते हुए रूम के डोर की तरफ बदने लगा. राहुल हैरान रह गया क्यूंकि वो अभी भी नंगा था. घबराहट में उसका शरीर कांपने लगा. पर अमित ने उसको कोई तवज्जो नहीं दी और चलता रहा. “सर….” राहुल ने खिखाकते हुए बोला. अमित पीछे मुड़ा “क्या है..” अमित ने भड़कते हुए जवाब दिया. “सर मैं क्या पहनू…..”राहुल ने खिझाकते हुए पुछा. “कुछ नहीं.” अमित ने फटाक से जवाब दिया. राहुल की घबराहट और बड गयी. “सर मैं बहार कैसे जाऊँगा? प्लीज मुझे कुछ पहनने को दे दीजिये.” राहुल समझ गया था की अमित कुछ भी कर सकता है यहांतक की उसको बाहर नंगा ले जा सकता है. राहुल डर के मारे कांप रहा था . ये सोच कर की अमित उसे नंगा बाहर ले जाएगा उसकी रूह कांपने लगी. उसकी अपनी इज्जत मिटटी में मिलती हुई दिखने लगी थी. “क्यों बे तूने अग्रीमेंट पर साइन किया था नि तू नंगा रहेगा. भूल गया.” राहुल फ़टाफ़ट अमित के पैरों में गिर पड़ा… “सर प्लीज मेरे साथ ऐसा मत कीजिये, लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे. मेरी क्या इज्जत रह जायेगी.. सर प्लीज.” “इज्जत और एक गुलाम की….तेरी कोई इज्जत नहीं है अगले चार महीनो के लिए.” अमित ने दृढ़ता से जवाब दिया. राहुल बिलखता रहा. “सर प्लीज… ऐसा मत करिए……” अमित का मकसद राहुल को और नीचा दिखने का था. “अबे गांडू जितनी जल्दी इस सब की आदत दाल ले तेरे लिए अच्छा है.” “सर प्लीज...मुझे कुछ पहनने को दे दो.. पूरी बिल्डिंग में सी सी टी वी कैमरा लगे है. सब को पता चल जाएगा सर… प्लीज.”.....”हम्म ठीक है. मेरी अलमारी खोल….वहां एक ओवरकोट है…...उसको पहन ले.” राहुल तेज़ी से अलमारी की तरफ गया और फ़टाफ़ट वहां से ओवरकोट निकाला औए देखने लगा. उसकी लम्बाई के हिसाब से वो सिर्फ घुटने से कुछ ऊपर तक आएगा. . “अबे साले इसे देख क्या रहा है.. पहन इसे. “.. अमित जोर से बोला. “सर कुछ नीचे भी पहन लूं…...प्लीज…..” राहुल डरते डरते बोला. “बहनचोद कुछ दे रहा हूँ न पहनने को.. पहन इसे और चल.. “ राहुल आगे कुछ बोलने की हिम्मत न कर सका. कहीं अमित का मन बदल गया तो क्या होगा. फ़टाफ़ट उसने वो ओवरकोट पहन लिया. कम से कम वो उसकी इज्जत ढक रहा था. पर इसमें कोई शक नहीं के वो एक चुतिया लग रहा था. वो ओवरकोट एक बाथिंग सूट की तरह लग रहा था. उसके घुटने से कुछ ऊपर तक ही आ रहा था. पर राहुल को अपनी इज्जत बचती देख कर सब्र कर लिया, पर उसका लंड उसका साथ नहीं दे रहा था. इस अपमानजनक स्तिथि में उसका लंड पत्थर जैसा हो गया और उसके ओवरकोट में वो उभार अलग से दिख रहा था. पर उसकी गांड में अमित से कुछ और कहने का दम नहीं था. जैसे तैसे करके अमित के साथ इसी स्तिथि में जाने के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं था उसके पास. उसने अमित की और बड़ी दया भरी नज़रों से देखा की शायद अमित को उसके ऊपर दया आ जाए. पर अमित का चेहरा बहुत सख्त था. “साले अब चल इतनी देर हो रही है. ये ले चाबी और लॉक करके नीचे आ कार पार्किंग में. ये कार की चाबी भी ले.” अमित आगे बड गया बिना राहुल का इंतज़ार किये. राहुल ने ऑफिस लॉक किया. झुकते हुए वो अपने नीचे हिस्से को लेकर काफी सचेत था. क्युकी उसको पता था की वहां एक सी सी टीवी कैमरा लगा है. वो जब झुका तो उसका ओवरकोट भी ऊपर हुआ. राहुल को लगा की कहीं कैमरा में उसका नंगापन भी कैप्चर न हो जाए. जैसे तैसे उसने लॉक किया और तेजी से लिफ्ट की और बड़ा. वहां अभी भी अमित लिफ्ट का इंतज़ार कर रहा था. उसके ओवेरकोट में उभार को देख अमित को काफी मजा आ रह था. राहत नर्वस सा अमित के साइड में खड़ा था. वो हाथ से अपने लंड को दबा रहा था ताकि वो लिफ्ट के कैमरे में कैप्चर न हो जाए. अमित इस नज़ारे को देख कर अलग ही उत्तेजिते हो रहा था. अमित ने भी सिर्फ जीन्स इसीलिए पहनी थी की वो इस नज़ारे को मजा लेना चाहता था. उसने अपने खड़े लंड को जीन्स में एडजस्ट किया. फिर लिफ्ट का दरवाज़ा खुला और अमित पहले अन्दर घुसा और तेज़ी से राहुल अन्दर आया. अमित ने राहुल को बेसमेंट प्रेस करने को कहा जो राहुल ने किया. लिफ्ट तेज़ी से बेसमेंट पार्किंग की और बदने लगी. राहुल को एक एक सेकंड एक एक घंटे जैसा लग रहा था. वो किस भी तरह जल्दी से जल्दी घर पहुँच कर अपनी इज्जत बचाना चाहता था. उसे डर था की किसी और फ्लोर से कोई और लिफ्ट में न घुसे, इसीलिए जैसे जैसे लिफ्ट नीचे बड रही थी, उसकी धड़कन तेज हो रही थी. लिफ्ट बेसमेंट पार्किंग पर जाकर रुकी. पहले अमित बाहर निकल और बाद में राहुल. अमित को कुछ और मस्ती सूझी. “अबे साले जाकर देख मेरी कार कहाँ है. मुझे याद नहीं आ रहा कहाँ पार्क करी थी.” अमित ने कहा. “राहुल घबरा गया.उसको उम्मीद थि की वो फ़टाफ़ट कार में जाकर बैठ जाएगा. पर अमित उसको पुरे बेसमेंट में इस अजीब सी ड्रेस में घूमकर कार ढूँढने को बोल रहा था. राहुल को मालूम था की अगर अमित चाहे तो रिमोट लॉक की मदद से ढूंढ सकता है की कार कहाँ है, पर उसने ऐसा नहीं किया. राहुल का दिल ये सोच कर बैठे जा रहा था की बेसमेंट में हर कोने में सी सी टीवी कैमरे लगे है और उसकी ये हालत भी कैमरा में रिकॉर्ड हो जायेगी. वो इतने बड़े बेसमेंट में इधर उधर भागने लगा और अमित की कार ढूँढने लगा. उसका खड़ा लंड ओवरकोट से रगड़ खा रहा था और उसकी उत्तेजना को बड़ा रहा था. थोड़ी देर भागने के बाद उसे कार मिली, पर अब लिफ्ट दूसरी तरफ थी, राहुल फिर से भागकर अमित की और गया और उसे बताया की कार कहाँ है. अमित ने चाबी राहुल को देकर कार को वहीँ लाने को कहा. राहुल ने वैसे ही किया. इसका मतलब राहुल को इस हालत में दुबारा कार के पास जाना होगा, उसका खड़ा हुआ लंड उसके ओवरकोट से रगड़ खा खा कर और इस उत्तेजित हालत में अलग ही दिखाई दे रहा था. डर के मारे राहुल चाहकर भी अपने लंड पर कोई कण्ट्रोल नहीं कर पा रहा था. जैसे तैसे वो कार के पास पहुंचा और खोल कर स्टार्ट किया और अमित जहाँ खड़ा था वहां लेकर गया. “चल ठीक है अब बाहर निकल और दूसरी साइड में आकर बैठ..” अमित ने बोला. राहुल गाडी से बाहर आया और अमित ड्राईवर सीट पर बैठ गया. राहुल दूसरी और जाकर साइड की सीट में बैठ गया. अमित ने कार स्टार्ट करी ही थी फिर ब्रेक लगा दिया. “ अब इस ओवरकोट को उतार् दे…” अमित ने राहुल की और देख बोला. राहुल की सांस ऊपर की ऊपर नीचे की नीचे रह गयी. “जी…...वो…..जी…. सर प्लीज …..सब लोग देखेंगे……”राहुल फिर से गिडगिडाने लगा….”तो. ……. …….. चल उतार जल्दी……” अमित ने जवाब दिया…”सर घर पहुंचकर आप जो कहेंगे मैं वो करूँगा, यहाँ publicly मुझे बेइज्जत मत करिये प्लीज. “ राहुल भीख मांगने लगा. “साले अभी इतने पड़े थे वो कम थे शायद… और खाने है. “ अमित चिल्लाया. राहुल समझ गया की ज्यादा विरोध का कोई फायदा नहीं है. उसने एक एक करके अपने ओवरकोट के बटन खोने शुरू किये.
To be continued….
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