Friday, 4 August 2017

अपहरण – 5


“हा हा हाहा हाहा हा हां” इतने में उन चारों के जोर से हसने की आवाज़ से दुबारा इस दुनिया में वापिस आ गया. “देख साले को कैसे मजे ले रहा है ये कुत्ता” इस बार टोनी की आवाज़ थी. “हा हा हाहा”. सैम ने अचानक बैल्ट उठाकर मेरे बॉल्स को हाथ में लेकर जोर से उनपर दे मारी. मैं दर्द में तड़प गया. “आआआ आआआआआआआआआ आआआआआआआआआआआआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह्ह.... ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ........ ऊऊओह्ह्ह्ह..................आआआआआअह्ह्ह्ह.............”
मैं दर्द में तड़पने लगा... मेरी चीखें रुकने का नाम नहीं ले रही थी. मुझे ऐसे लगा की मेरे नीचे का हिस्सा शरीर से अलग हो गया है दर्द के मारे. मेरी आखों के सामने अन्धेरा छा गया. मुझे ऐसे लगने लगा मैं बेहोश हो जाऊंगा. मेरे balls से शुरू होकर दर्द टांगों में फिर ऊपर के हिस्से में पुरे शारीर में फैलता हुआ सा लगा. मैंने अपने आपको छुटाने की काफी कोशिश करी पर दर्द की वजह से मेरी सारी शक्ति ख़तम हो गयी और मैं चीखता रह गया.
“ आआअह्ह्ह्ह.......ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्.... ऊओह्ह....”
अचानक रोन मेरे ऊपर से उठा और टोनी और रॉकी ने भी मेरे हाथ छोड़ दिए. मैं एक झटके से सीधा हुआ और फ़टाफ़ट अपने balls को पकड़ लिया. पर दर्द इतना जबरदस्त था की मैं अपने आप को संभल नहीं पाया और धडाम से नीचे गिर गया. अभी भी मेरा सर चकरा रहा था. नीचे ज़मीन पर गिर कर मैंने फ़टाफ़ट अपनी balls को अपने जांघो के बीच में दबा लिया और दर्द से कराहने लगा...”आआह्ह्ह्ह.... ऊओह....ऊऊह.......आआ....उह...” मैं दर्द में फर्श पर उल्टा पुल्टा होता रहा और कराहता भी रहा. कुछ समय के लिए मेरा ध्यान आस पास के माहौल से पूरी से हट गया. मुझे कुछ नहीं पता चला की आस पास क्या हो रहा है. ये मेरी ज़िन्दगी का सबसे भयंकर दर्द था. मेरे दोनों हाथ मेरी balls को दबा रहे थे और मेरी आखें बंद थी. शायद ५-७ मिनट तक मैं ये ही करता रहा. थोड़ी देर के बाद दर्द कम हुआ और मुझे अपनी हालत का अहसास हुआ. मैं अभी भी अपनी बाल्स को दबाये लेता था पर मैंने हिलना डुलना बंद कर दिया था. मैंने अपनी आँख धीरे से खोली और ये देखने का प्रयास किया की सब लोग कहाँ गये. मेरे मुह की तरफ कोई नहीं था. फिर मैंने अपने मुह को धीरे से दूसरी और घुमाया और देखा के चारों लोग सोफे पर बैठे है और सामने टेबल पर बियर की बोतलें है. टोनी और रों के हाथ में बियर के गिलास थे जबकि सैम और रॉकी के गिलास टेबल पर पड़े थे.
“क्यों बे दर्द ठीक हो गया तेरा” अचानक रॉकी बोला.
“जी.......जी अभी भी दर्द है.....प्लीज मुझे छोड़ दीजिये....” मैंने घबराहट में जवाब दिया.
“अबे सूअर की औलाद फिर से शुरू हो गया तू.............बहनचोद तुझे पहले भी बोला था की तू कहीं नहीं जा सकता अब........ साले तेरे balls की सिकाई भूल गया क्या...........भोसड़ी के जो कहा जा रहा है वो कर, बिना सोचे समझे. नहीं तो जो सैंपल अभी मिला था उससे भी ज्यादा भयंकर हाल होगा. समझ गया ना....”
“जी.... “ मैंने फ़टाफ़ट जवाब दिया. मैं और पंगा लेकर दुबारा से अपनी बाल्स की पिटाई नहीं चाहता था क्यूंकि अभी भी मेरी बाल्स में दर्द हो रहा था.
“सैम जाकर इस साले का पट्टाभिशेक तो कर. ये साला formally हमारा कुत्ता होने जा रहा है.” रॉकी बोला. “हा हा हा आहा हाहा हाहा” चरों जोर जोर से हंसें. सैम उठा और मेरी और बड़ा पर बीच में उसने टीवी स्टैंड पर पड़े हुए कुत्ते के पट्टे और चैन को उठाया. मैं घबरा गया की अब आगे क्या होने वाला है.

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