मैं रात के एक बजे एम जी रोड पर जां रहाथा. हुआ क्या कि मेरा प्रोजेक्ट लास्ट वीक ही कम्पलीट हुआ था और नाईट शिफ्ट में प्रोडक्शन support देना था. वैसे तोकंपनी नाईट के लिए ट्रांसपोर्ट provide करती है, पर वो हर दो घंटे में मिलता है. मैं दो घन्टे इंतज़ार नहि करना चाहता था. सोचा बाहर से कोइ ऑटो मिल जयेगा. बैंगलोर वैसे भी काफ़ी सुरक्षित जगह है तो कोई चिन्ता कि बात नही. अब आगे long weekend है घर जाकर आराम से सोउंगा. मेरी फ़ैमिली तो दिल्ली में रहतीं है और मैं बैंगलोर में अकेला एक रूम में रहता हूँ. अभी शैदी हुइ नही है, तो एक रूम सैट काफ़ी है. अभी दो महिने ही हुए है यहाँ आए, तो कोई दोस्त भी नही है. तरह तरह के प्लान किए हुए थे कि वीक एंड पर खूब porn देखूँगा. पर लगभग 2 किमी पैदल चलने के बाद भि ऑटो नही मिला. सोचा कि अंदर कि गली से होकर दूसरी तरफ एक और क्रोस्सिंग है, शायद वहा कोई ऑटो मिल जाएँ. से सोच के side कि सुनसान सि गली में मूड गया. अभि आधी रोड ही गया हूँगा, कि अचानक एक टोयोटा qualis मेरे पास एक जोर से ब्रेकके साथ रुकी. अचानक 3 लोग उसमें से निकले.एक आगे कि सीट और दो पीछे कि सीट से. एक ने धक्के से मेरे दोनो हाथ पीछे किए और मोड़ दिए. मैने चिल्लाने कि कोशिश कि, पर इतने में दुसरे ने मेरा मुँह दबा दिया. तीनो बहुत लम्बे और ताकतवर थे. ये सब पाँच सातसेकंड में हो गया. मुझे ज्यादा react करने का मौका ही नही मिला. इतने में तीसरे ने मुझे गाड़ी में धक्का दिया. "ऊऊ.......आआ............ऊऊऊ ओहोह.........." मैं दबी आवाज़ में बोलता ही रह गाया.. पर उनकी ताकत के आगे मेरी आवाज़ कुछ नही थ. मुझे दबे मुँह और पीछे मुडे हुए हाथों के साथ गाड़ी में धक्का दे दिया गाया. ओर वो तीनोंभी फटाफट गाड़ी में बैठ गए... और गाड़ी स्टार्ट हो गयी. इतने में दोनों ने मेरा मुँह और हाथ छोड़ दिए.... "यह सब क्या है............... कौन हो तुम लोग.............." मैं चीख़ा...
तडाअक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क............एक जोरदार झापड मेरे गाल पर पडा और मैं हिल गाया. दो मिनट के लिए मुझेसितारे दिखने लगेय.... "चुपचाप बैठा राह, नही तो तेरा वो हाल होगा कि तेरी रूह काँपेगि. सैम इसके हाथ बाँध, रॉन इसके आँख पर कपडा बाँध." "नो... प्लीज़..... मुझे छोड़ दिजियी" मैं गिड्गिडने लगा. मुझे नजर आगया था, कि मैं उनकी शक्ति को नही जीत सकता. मेरा सर थप्पड़ से अभी भी हिल रहा था.. पर किसी ने मेरी बात को कोई महतव नही दिया. रॉन ने फटाफट मेरे दोनोंहाथों में हत्कडि पहना दी. मैं अब डर से काँप्ने लगा. "प्लीज़ मुझे छोड़डो.... आपको जो चाहिए मैं देता हूँ." पर सैम से इतने मैं मेरी आँखों में पट्टी बाँधदी..... "इस साले कि पैंट उतार ताकि कुछ मजा आए" उस आदमी ने चीख के कहा. "नहीं................ नो ..................... प्लीज़....................." मैंने चीखना शुरु किया. एक सेकंड में मेरी चीख रोने में बदलगयी..... "प्लीज़.............. मुझे जाने दो............... आपको क्य चाहिए मैं देता हूँ." मैंने रोते हुए कहा. "पैसे तो साले तू देगा ही, हमे तेरी गांड भी चाहिए. हा हा हा हा.................. Tony सीधा आपने अड्डे पे ले चल. वही जाके ठोकेंगे इस साले को. इसकी आँखें तो बँधी है इसको नहीपता चलेगा कि कहाँ जा रहे है. बहुत दिनों केबाद एक नॉर्थ का चिकना मिला है. बहुत मज़ा आयेगा......... हा हा अह हा". "क्यों बे साले कहाँ का है तू" सैम ने मेरे मुँह पर के हलका सा थप्पड़ मारकर पूछा. " जी दिल्ली से. " " हहूँ.......... तभी इतना चिकना है रे. क्या नाम है" " जि मयंक गुप्ता"..... "बैंगलोर में कितने दिन से है"..... "जी दो महीने से...." मैं रोते हुए उनके हर सवाल का जवाब से रहा था............"यहाँ किसके साथ रहता है तू"................" जि अकेला" "हा हा हा हहा आअह्ह्हा...." चारों के चारों एक साथ हँसे..............." तब तो मज़ा आ जयेगा.".............. रॉन ने कहा. अब तक मैं दो के नाम तो जान चुका था. " सर प्लीज़ मुझेछोड़ डिजियी...... आप जो कहेंगे मैं करूँगा.... प्लीज़ मुझे जाने दिजिये.... " ................. पर कोई जवाब नही आया. तीसरे आदमी ने मेरी बेल्ट को खोलना शुरू किया... "नहीं............नही.............. प्लीज़................" "रॉकी इसकी आवाज़ बहुत आरहि है रे................... तू क्या कार रहा है............." रॉन ने तीसरे आदमी से बोला. "हु.............. ये ऐसे नही मानेगा. इसके मुँह पर Duct Tape लगा...." मैं तो काम्प गाया ये सुनके...... "नहीं..............प्लीज़............." इतने में रॉकी ने मेरे मुँह पर tape लपेट्नि शुरू कर दीउसके बाद तो मैं बस मुँह ही मुँह में बुद्बुडता राह गया... रॉन ने इतने में मेरी बेल्ट खोल दीऔर पैंट के हुक खोले. " हूँहूँ.........." मैं tape से बन्धेमुँह में चीख़ा रहा था. फटाफट रॉन ने मेरी पैंट को नीचे खींचा. मेरी पैंट को उतरने के लिए उन्होने मुझे सीट के बीच कि जगह में डाल दिया और मेरी पैंट नीचे खींच ली. "अॅरे इसका तो लंड खडा है..............हा ह अहा......." सैम से थहके लगाते हुए कहा.... मैं एक मिनट के लिए चुप हो गाया और मैंने नोटिस किया कि मेरा लंड सच में पुरि तरह से खडा था. रॉन ने देरी ना लगाते हुएय मेरा अंदर्वेअर नीचे खींच लिया... अब मैं नीचे से बिल्कुल नंगा था. सब कुछ इतना तेजी से हो रहा थाटा कि मुझे कुछ समझ नही आ रहा था. मुँह मुँह में बस गिड्गिडाने के अलावा मेरे पास कोई चरा नही था. "सेल का लंड तो बहुत मोटा है. लम्बा भी है. अॅबेय तूने इसका मुँह बंद करा दिया ऐसे क्या मज़ा आयेगा. जबतक कोई रोये ना भीख ना माँगें क्या मज़ा है. खोल दे इसका मुँह" रॉकी ने देरनहीलगायी... "जोर से tape खोलने से मुझे दर्द भी हुआ...." प्लीज़ मुझे छोड़दो.................." मैंने मुँह खुलते ही कहा... Tony ने मुझे बालों से पकड़ कर एक थप्पड़ जड़ दिया " जब तक ना कहा जाएँ तू नही बोलेगा समझा.... " थप्पड़ में इतना जोर था कि मुझे चक्कर आ गए....मैंने सर हिला कर हान कर दिया. "तेरा लंड क्यों खड़ा है.... " सैम ने पूछा..." जि वो................. वो.............. मुझे नही पता....".............." तू gay है?".................."जी जी .....................वो ..................जी..............." "जवाब दे ग़ाडु"................. "जि .....................वो ................जी नही सर........."..............."तो तेरा लंड खडा क्यों है?" ......... मैं हैरान होकर राह गाया. आँखें बंद थी इस लिए देख् नही पा रहा था पर एहसास हो रहा था....... मेरे साथ कभी भी ऐसा नही हुआ था. " चल जो भी है हमे क्या फर्क पड़ता है."
सैम ने जोर जोर से मेरे लंड को हिलाना शुरू कर दिया.. मेरा लंड पहले से ही पूरा हार्ड था अब तो पुरी excitement में भार गाया. मैं आहै भरनेलगा.... " आअ.................ओह.............आ...............अहा............. ओह..............." 1-2 मिनट केअन्दर ही मेरा लंड झटके खाने लगा................... मैं सब कुछ भूल कर तेज़ी से चीखने लगा.... " अॅअ..........अहा.... ऊऊऊऊऊओह.............. प्लीज़ मुझे निकालने दो.................. आआआआआआअ................ अहा.........." एक जोरदार झटके के साथ मेरा वीर्य निकालने लगा............... "आअ................ओह................ ओह ओह ...........आ............." मेरे मुँह से यह आवाजें निकाल राह थी. कं से कं 10-15 झटकों के बाद जाकर मैं होश में आया........... मैंने अपने चारों और उन तीनोंआदमियों कि आवाजें सुनि.. वो जोर जोर से हंस रहे थे और सैम ने मेरा पेट चत्ना शुरू कर दिया और लंड को साफ़ कर रहा था. मुझे समझनही आ रहा था कि यह क्या हुआ.... मुझे आज तक यह experience नही हुआ था... यह मेरा सबसे excited मुट्ठ मराई था. मेरा सर भन्ना रहा था किऐसा क्यों हुआ.... कुछ देर केलिए मैं भूल गाया कि मेरे हाथबन्धे है और मेरी आँखें भी बंद है फिर मुझे इस डर में भी इतना मज़ा क्यों आया....... कार अभी भी तेज़ी से चल रही थी.............. पता नही आगे क्याहोने वाला है................ मेरा मन कुछ देर के लिए घबराहट को भूल सैम के उस जीभ के छाँटने को एंजोय करने लगा................ मेरी जिंदगी मे कुछ नया घटनाएँ वाला था, पर पता नही क्या..... पर सैम कि जीभ से लुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
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