Tuesday, 8 August 2017

मुलाज़िम बना ग़ुलाम - 21


राहुल ने फ़टाफ़ट अपनी पैंट उतारी और बिना रुके अपना अंडरवियर भी नीचे सरका दिया...और वो अपने लंड को देखने लगा. गुलामी की शरतो के हिसाब से आज के बाद उसे अपने लंड को छूने का कोई हक नहीं होगा… ये सोच कर उसके शरीर में एक अजीब से उत्तेजना भर गयी और वो इन खयालो में खो गया की उसके साथ क्या होगा अगले चार महीनो में. उसने अपनी बॉल्स पर उँगलियाँ फेरी और उसके लंड की खाल ऊपर नीचे हिलाने लगी उत्तेजना में. वो पूरा नंगा रहेगा और अमित जो कहेगा वो मानेगा. अमित कहीं उसकी गांड तो नहीं मारेगा. अमित तो देखने में बहुत सेक्सी था. 5'9" उसकी हाइट पूरा गठा हुआ शरीर था. ना ज्यादा मसल्स थे न ज्यादा पतला, एक बैलेंस्ड बॉडी थी उसकी. वो जिम रोज़ जाता था ये उसने राहुल को बताया था और ये भी बताया था की वो बॉडी बिल्डर टाइप की बॉडी नहीं चाहता, पर एक बैलेंस्ड बॉडी चाहता है. राहुल को इस बात का अंदाज़ हो गया था की अमित उसमे इंटरेस्टेड है. जैसे शुरू शुरू में वो उसे कई बार रेस्टोरेंट लेकर गया. उसकी ज़िन्दगी और उसके साथ कौन कौन है ये जानने की कोशिश करी. वो उसकी पर्सनल लाइफ के बारे में काफी इंटरेस्ट शो कर रहा था. अमित एक डोमिनेंट पर्सनालिटी का बन्दा था. और वो ऑफिस में एक स्ट्रिक्ट बॉस था. राहुल ने इस चीज़ को भी देखा की वो लडको के साथ ज्यादा स्ट्रिक्ट रहता था मतलब मेल एम्प्लाइज के साथ ही. फीमेल एम्प्लाइज को कोई ख़ास तवज्जो नहीं थी ऑफिस में अमित के आने के बाद. पिचले छै महीनो में ज्यादातर लेडीज एम्प्लाइज ने ऑफिस छोड़ दिया था क्युकी उन्हें अमित के व्यवहार में एक कठोरता दिखाई दी. अमित की सख्त आर्डर था की नए एम्प्लाइज सिर्फ लड़के ही रखे जाए और कम से कम उम्र के, जिससे ऑफिस का एनवायरनमेंट एक मेल डोमीनेटिंग हो गया था. और बाकी बची फीमेल एम्प्ल्यीस भी जॉब चेंज करने का मूड बना लिया था. शुरू के कुछ दिन अमित ने राहुल से काफी प्यार दिखायाऔर उसकी लाइफ के बारे में सब जान लिया. फिर धीरे धीरे उसका रुख राहुल की तरफ सख्त होने लगा. अमित समझ गया था की राहुल का शहर में कोई सोशल सर्किल नहीं है. न कोई रिश्तेदार, न कोई ख़ास दोस्त. ऑफिस के कुछ कर्मचारियों से उसको दोस्ती है, पर ऑफिस के अलावा वो उनसे ज्यादा मिलने में मन नहीं रखता था. राहुल एक रिजर्व्ड टाइप का बन्दा था. और अमित इस बात को अच्छी तरह भाँपने के बाद अपने आगे के प्लान पर काम कर रहा था. पहले दोस्ती दिखा कर उसकी सारी पर्सनल लाइफ पता कर ली यहाँ तक की उसने पहली ही नज़र में ये भांप लिया था की राहुल को लडकियां नाही लड़के पसंद है. अमित एक नज़र में पहचान जाता था की वो इस लड़के को लड़के पसंद है या नहीं. अमित को साधारण गे सेक्स में कुछ ख़ास रूचि नहीं थी पर उसकी रूचि BDSM में थी. लडको को dominate करना और उन पर जबरदस्ती करके सेक्स करने में उसकी रूचि थी. अमित ने ये भी देखा की राहुल की नज़र बार बार या तो उसकी छाती या फिर उसके लंड की तरफ रहती है. हालांकि बातो बातो में जब अमित ने राहुल से उसकी सेक्स की रूचि के बारे में पूछा तो राहुल ने लड़कियों के बारे में ही बात की. पर अमित समझ गया था की उसके शब्दों में एक खोखलापन था. पूरी जानकारी लेने के बाद अमित ने अपने प्लान के मुताब़िक राहुल को dominate करना शुरू कर दिया. बात बात पर बुलाना और उसे जलील करना, कई बार और लोगो के सामने भी. राहुल समझ नहीं पाया था की ऐसा क्या हुआ. उसने सोचा की शायद अमित अब उसमे इंटरेस्टेड नहीं रहा. पर अमित उसे बात बात पर बुलाता था. ज्यादातर बिना किसी कारन के. राहुल कन्फ्यूज्ड हो गया. पर जब जब अमित उसको डांटता था, राहुल कप अजीब सा excitement होता था. उसको अपने बॉल्स में सरसराहट महसूस होती थी. उसके लुंड में खून भरने लगता था. कई बार उसे अपनी पैंट के टेंट को छुपाने के लिए हातो से अपने लंड को सीधा करना पड़ता था. वो इस बात को भी नोटिस किया की अमित की नज़र उसके हाथो के मूवमेंट और पैंट के टेंट पर रहती थी. यानिकी अमित समझ गया था की राहुल को इस अपमान में एक अजीब सी उत्तेजना महसोस होती है और वो एक गुलाम बनने के लिए पूरी तरह फिट बन्दा है. राहुल अक्सर अमित से अपमानित होने के बाद ऑफिस टॉयलेट में जाता था और मुठठ मारता था. वो सोचता था की अमित उसे अपमानित कर रहा है और वो भी सबके सामने. ये सोच सोच कर उसका लंड और सख्त हो जाता था. और वो हिला हिला कर झाड देता था. धीरे धीरे अमित ने भी इस बात को नोटिस किया की राहुल उससे डांटखाने के बाद सीधा टॉयलेट जाता है, वो समझ गया की राहुल मुठठ मारने ही जाता है. इससे उसकी हिम्मत और बड गयी. एक दो बार अकेले में उसने अमित को थप्पड़ मारा और उसने देखा की राहुल का लंड खड़ा हो जाता था थप्पड़ खाकर. और आश्चर्य की बात की राहुल ने कोई विरोध नहीं किया. राहुल सिर्फ एक मुलाज़िम था कंपनी का और किसी भी बॉस को किसी मुलाजिम पर हाथ उठाने का अधिकार नहीं, पर राहुल ने ऐसा कोई विरोध नहीं किया. अब अमित को लगने लगा था की उसका प्लान काम कर रहा है. वो धीरे धीरे राहुल पर अपना कब्ज़ा मजबूत कर रहा था और राहुल अभी अपने काम्ग्नी के आगे मजबूर अमित के जाल में फंसता चला जा रहा था. उसको हमेशा से Dominating लड़के पसंद थे. चाहे वो स्कूल हो या कॉलेज. वो हमेशा से ऐसे लडको के बारे में सोच सोच कर मुठठ मारता था. इस बार वो पूरी तरह से अमित के dominate करने वाले स्वाभाव के आगे पूरी तरह से हार गया था. वो रात दिन उसके दवाब में मजबूर हो गया था. वो किसी भी तरह अमित से डांट कहने या पीटने के बहाने ढूँढने लगा. और उधर अमित मन ही मन अपने प्लान पर खुश होने लगा और राहुल पर अपना कब्ज़ा बढाने लगा. एक दो बार उसने राहुल के काम खींचे और उसने राहुल के मुह पर एक अजीब सा दर्द भरा आन्नद देखा इस अपमान से. अमित समझ गया की अब उसका शिकार उसके कब्ज़े में आ गया है और अब उसको गुलाम बनाने का समय आ गया है.
राहुल का हाथ उसके लुंड पर था. उसका लंड पत्थर की तरह सख्त था. ये सोच कर के आज के बाद वो कभी भी अपने लंड को अपनी मर्ज़ी से नहीं छू पायेगा, उसके शरीर में आग लग गयी और वो जोर जोर से अपने लंड को हिलाने लगा. कुछ ही मिनटों में उसका लंड जोर जोर से झटके मारने लगा और खूब सारा पानी झाड़ा. अपने हाथों और पेट पर पड़े ही वीर्य को देख और उसे चाटने लगा. ये सोच कर उसका दिमाग फटने लगा था की आगे क्या होने वाला है. सच तो ये था की उसे डर कम और excitement ज्यादा था. इसके बाद उसकी आँख लग गयी और जब खुली तब तक ६ बज चुके थे. अमित ने उसे दस बजे ऑफिस में रिपोर्ट करने को बोला था. राहुल जल्दी से घर बंद करके अपने ऑफिस पहुंचा. उसने देखा की ऑफिस में कोई नहीं था. और सिर्फ अमित अपने केबिन में था. उसका केबिन खुला था. राहुल सीधा अमित के केबिन में पहुंचा. अमित ने आँख भी उठा कर नहीं देखा. जैसे उसके लिए इस बात की कोई वैल्यू न हो की कौन आया है. राहुल के घुसते अन्दर से डोर बंद करने को कहा. उसने राहुल की और देखे बिना उसे पूरा नंगा होने का आर्डर दिया. राहुल घबरा गया. अमित ने बिना ऊपर देखे बिना फिर से उसे पूरा नंगा होने को कहा. जब राहुल बुत की तरह खडा रहा. तो अमित तेजी से अपनि डेस्क से उठा और जोर से एक थप्पड़ राहुल के मुह पर जड़ दिया….”तड़ाक ……” (पार्ट -1 पडीये….इससे आगे के लिए)
अचानक राहुल अपने खयालो से बाहर आया. उसने देखा की अमित अभी भी काम में लगा है. और वो वहां नगा खडा है. राहुल अपनी बीती ज़िन्दगी में चला गया था जब राहुल ने उसे वहीँ कमरे में नंगा खडा होने को कहा था. (पार्ट 16 में राहुल खयालो में गया था अपनी पिछली ज़िन्दगी में.)

to be continued...

5 comments:

  1. very interesting revelation in these parts....always wondered the reason for submission since part-1...
    good job...

    -ajay

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  2. Is kahani ke sare parts nhi mil rahe kya aap muje male kar sakte he pls.

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    1. Sorry yaar. inke itne parts hi likhe gaye hai. TIme hi nahi mil rha aage likhane ka.

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  3. Is kahani ke sare parts nhi mil rahe kya aap muje mail kar sakte puri kahani pdf me pls

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  4. Sorry yaar itne hi parts available hai. uske aage likhane ka time nahi mila.

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